चुनावी दंगल की कैसी ये ठिठोली--
जिसने उकेरी रंग -रंगीली
जाति-धर्म -भेद की अठखेली --
गरिमा रहित 'हाथी ' थामता अब दलितों की टोली --
जन सवारी ' साइकिल ' क्यों सवारे सिर्फ मुस्लिम -यादव जोड़ी --
भेद -भाव की लगाम ताने कैसे बजे एक 'हाथ' से ताली --
धर्म -भेद- आरोप के निर्जल पंक में राष्ट्र 'कमल ' भी नहीं खिली --
हिंद - प्रदेश में चर्चा गली -गली --
लोध , कुर्मी , जाट-जुलाहे और नहीं अगड़ी भी भली --
किन-किन नेताओं की किस-किस जाति ने उतारी पगड़ी --
अबकी होली -
रही नहीं निराली और भोली -
क्योंकि अखंड -भारत की
खंडित राजनीति की
अजर -अमर होलिका नहीं जलाने देती
भेद जाति - धर्म कंटीली ---
अमर नाथ ठाकुर ,८ मार्च ,२०१२ .
जिसने उकेरी रंग -रंगीली
जाति-धर्म -भेद की अठखेली --
गरिमा रहित 'हाथी ' थामता अब दलितों की टोली --
जन सवारी ' साइकिल ' क्यों सवारे सिर्फ मुस्लिम -यादव जोड़ी --
भेद -भाव की लगाम ताने कैसे बजे एक 'हाथ' से ताली --
धर्म -भेद- आरोप के निर्जल पंक में राष्ट्र 'कमल ' भी नहीं खिली --
हिंद - प्रदेश में चर्चा गली -गली --
लोध , कुर्मी , जाट-जुलाहे और नहीं अगड़ी भी भली --
किन-किन नेताओं की किस-किस जाति ने उतारी पगड़ी --
अबकी होली -
रही नहीं निराली और भोली -
क्योंकि अखंड -भारत की
खंडित राजनीति की
अजर -अमर होलिका नहीं जलाने देती
भेद जाति - धर्म कंटीली ---
अमर नाथ ठाकुर ,८ मार्च ,२०१२ .