Saturday, 13 November 2021

मैथिली फकड़ा /कहबी/कहाबत /लोकौक्ति

मिथिला में हर क्षेत्र में एक विशिष्ट परम्परा अछि तैं लs कs मिथिला के संस्कृति भारतीय संस्कृति में  विशिष्टता  सं सुसज्जित अछि . मैथिली भाषा ओही में सं एक . मैथिली भाषा भारतीय भाषा में सबसे मधुरगर एवं रसगर भाषा में सं एक. उत्तर बिहार एवं नेपालक तराई में लोकक भाषा मैथिली थीक. जखन ई भाषा में फकड़ाक लोक प्रयोग करैत छथि तs अई भाषा के मधुरता में अनेक बढ़ोत्तरी भs जाएत छैक। किन्तु किछु दशक सँ मैथिल लोकनि मिथिला छोड़ि पलायन कs रहल छथि आ ताहि कारण अपन भाषा केँ तिरस्कृत कs रहल छथिन। अई में सबसे पैघ कुठाराघात भेल अछि मैथिलीक फकड़ा पर।मैथिली भाषाक फकड़ा मैथिली भाषा के रस के असली जान थिक। एकरा एना कोना मृतप्राय होमs देबै । मैथिली फकड़ा सँ जुड़ल अछि अनेक मैथिल परम्परा आ मैथिल सामाजिक जीवन आ व्यवहार , जे हमरा सभ शीघ्र बिसरि जाएब। ई अकूत भंडार जे अपन पूर्वज सब सँ सैकडों बरस से आएल अछि ओकरा एना केना छोड़ि देबैक। हम अपन पत्नी क संग तैं ई एक टा प्रयास केने छी फकड़ा संकलन के । मिथिला, मैथिल आ मैथिली सँ लगातार संपर्क संगहि विभिन्न मैथिली ब्लॉग  , फेसबुक आओर व्हाट्सएप्प ग्रुप के सहयोग सँ ई संकलन प्रकाशित करैत अनेक हर्ष भs रहल अछि। ई संकलन के काज एखन जारी अछि । अई में आरो बढ़ोत्तरी हेतैक , बहुत गुंजाइश छैक । पाठक गण अहाँ सभ के सहयोग अपेक्षित ।
त लिअ आनन्द मैथिली फकड़ाक । कतौ - कतौ माने बुझs में यदि दिक्कत होएत , त हमरा खबरि करू, हम अर्थ स्पष्ट करs के भरपूर चेष्टा करब। समय समय पर त्रुटिक निवारण सेहो हम करैत रहब ।


  "अ " , "आ"    

1.अपना लेल लल, गोइठा बीछे चल 

2.अनकर धन पाबी , ते अस्सी मन तौलाबी 

3. अनेर धुनेर के राम रखबार 

4. अघाएल बक/बगुला के पोठी तीत 

5. अलखोसरी के दू टा फोंसरी भेल , एक गो फुटि गेल , एक गो टहकि गेल 

6.अनका कौआ सगुन बताबे , अपने कौआ विष्ठा खाए 

7. अपन घर हगी भर , दोसरक घर थुकितो डर

8. अहाँक चीज, हमरे चीज , हमर चीज हें हें 

9. अप्पन बाबा के पोखरि छी , लागल लागल छोछै छि

10.  अपन देवता के पुड़िये  नैय , ब्रह्म बाबा के पूड़ी

11. अढ़नी दुसलैन बढ़नी के , सूप दुसलैन चालैन के 

12. अन्हरा गाम के कनहा राजा 

13. अन्हार घर साँपे साँप

14. अन्हेर गाए के राम रखबार 

15. अन्हरा के जगने की, धधरा के तपने की 

16. असकर रनियाँ,  तैं गिरथनिया

17. अप्पन भूख ते चूल्हा फूंक , सएं के भूख ते माथा दुःख 

18. ओल सनक बोल 

19. अनका दुसि गेल लबड़ी , अपने काँचे बड़ी 

20. अरती पर परती , मेघडमबर  पर छाया , बाप रहथिन्ह पेट में , पूत गेलखिन्ह गाया 

21 . अनकर डाबा , अनकर घी , हमरा अहाँ के लगैय की 

22 . आदि नहि घी,  अन्त नहि दही , ताहि भोजन के गीड़ब कही 

23. आइंठो खेलौं , पेटो नैय भरल 

24. अपन थीक नैय , आनक ठीक नैय 

25. अपने छी खाट पर , टांग दुनु टाट पर 

26. आएल पानि , गेल पानि , बीचे बिलाएल पानि 

27. अपन गेल अपनौती में , आ किदन करs गेल पितयौती में 

28. ओझा गेल गाम सं , भूत भेल नटुआ 

29. अपन मुँह टेढ़ , बगुला मुँह छेड़

30. अरबा खाएब , त अबेर किया करब 

31. अपने मोने तीन मन 

32. अबल दुबल पर सितुआ चोख 

33. आँखिक आन्हर , नाम नयनसुख

34. आमदनी अठन्नी , खर्चा रुपैया

35. अन्हेर नगरी , चौपट राजा 

     टके सेर भाजी , टके सेर खाजा

36. आब लगलै पूत तs आब लगलै दुःख ,

      कमाए लगलै पूत तs पड़ाए लगलै दुःख

37. अपन पुत्ता ,मारे मछा, पत्ता बहे झोर, 

      अनकर पुत्ता मारे मछा, नयना बहे नोर

38. अलगी के पेट भेल , पमरिया के साय पड़ल

39. अपन हारल बौह के मारल, किओ नैय बाजए

40. अपने मरीह , अपने जीबिह, अपने उठि के टाटी बनिह

41. आ गे दगरिन आ गे दगरिन ,गोड़ तोरा  लागियौ, 

     दरद मोरा छुटि गेल, लोल तोहर दगियौ

42. अगहन में मुसो के दु टा बौह होई छै

43. अनका बतहे हँसी , आ अनका बतहे कानी

44. अनकर दालि चौर अनकर घी , तोहर बाप के लगै छौ की /अनकर दालि अनकर घी, हमर बाप के जाय यै की

45. अगहन बरसे बुढ़ बियाए , किए ने देश  रसातल  जाए

46. अपना लेल लल्ल , अनका लेल दानी

47. असगर नारि करै कौआरि

48. आप आप कहि मुइलें पुत्ता,खटिया तर में पानि 

तेहन पाठ ने पढ़लें पुत्ता , अपने सिर बिसानी

49. आँखिक चकमक काया निरोग

50. अपन बड़ाई केलनि मनको दाई

51. आमा माई के पहिले काज/जग

52. अपन पराभव बाजीतो लाघव

53. असगर बृहस्पतियो झूठ

54. आँखि ठेहुन अपना ,सैंय बेटा झपना

55. अपन पूत ने पूरल आस, नाती लेल बुढ़ गया बास

56. अहाँ काचे ओल छीs , नैय तs गोबरक चोत छी

57. आय माय के ठोपे नैय बिलाड़ि के भरि माँग

58. असगर जनियाँ बड़ पदमिनिया

59. अन्हा गाँव में कन्हा राजा 

60. आईंठ कुटि खाए के गनुआ मोंट 

61. आँग में माँग नहि,  माथ में टोपी 

62.  आगू नाथ नैय पाछू पगहा 

63. अतरा पतरा सोम दिन जतरा

64. अधजल गगरी छलकत जाय 

65. अपन बरद के कुढ़ेरै सँ नाथब, अहाँ के की 

66. अलखक चान , ऊसरक दूबि 

67. आबैत देत  आदर , जाइते देत हस्त , तखने  गिरहथ रहत मस्त 

68. अपना मन के मौजी, त बौह कें कहलउ भौजी 

69. आगुक जनमल गोड़ लगाबे 

70. अग्रसोची सदा सुखी 

71. अपन घरैता मछरी खेता, हमरा के कुरबुर कैता

72. अपन लेल मंगनू, दुआरे दरबेस

73. अपन पैर काटि क परक यात्रा

74. अबिते एलौं  चूल्हि बिलमेलौं , अरिपन पोइछ केँ लिट्टी लगेलौं

75. आतुर ग्राहक महँग बेसाह 

76. अशर्फी क लुटि आर कोयला पर छाप 

77. अक्का में चक्का , बड़ेरी में धक्का , सैंय के कहलक हेयौ बड़का  कक्का 

78. अपन बियाह भ गेल त लगने खतम

79. अपन पुत्र आ दोसरक कनियाँ बड़ सुन्दर 

80. आन्हर बिलाय माँड़े तिरपित 

81. आलू दम मसल्ला कम , भौजी नाचे छमाछम

82. अनकर आस , बीयैन के बसात  

83. अकलेल कुटे धान बकलेल कुटे धान हमरा चउरे सँ काम

84. अगिला रंग नय् रंगल गेल, दोसर रंग भट रंगे भेल



''इ'' , "ई"

1.  इचना माछ कबै के झोर , तै लए बुढ़बा/मनसा कंठी तोड़ 

2. ई जुनि बुझि पिया बड़ हित , जेहने करेला तेहने तीत 

3.  इए बीए पास , लिए दीए साफ़ 

4. इ भनसियाके के करत मना , बैसाख मास कहु भट्टाक सन्ना 

5. इचना पोथी चायल दिऔ , ते रौह के सिर बिषाय 

6. ई बुढ़ बढ़ही  गाम कमेताह , जिनका रुखान ने बसूली





"उ" , "ऊ"

1.  ऊँचे बाभन , नीचे डोम

    की तारय बाभन , की तारय डोम

2. उच्चा चढ़ि चढ़ि देखा , सब घर एकहि लेखा 

3. ऊंटक मुँह में जीरक फोड़न 

4.  उचरिन कतौ खुचरिन बैसे , गोठ बिछुनी कतौ कोबरा बैसय

5. उक सं फूंक बड़ भारी 

6. ऊधो के लेब , नैय माधो के देब 

7. ऊँट जनमल पीपर केँ ठूठ करै लेल 

8. उगहु चान कि लपकब पुआ

9. उट्ठा के बैठा कहए , चलती के कहए गाड़ी

   मूरख के पण्डित कहए, पण्डित के भिखारी 

10. ऊपर फिटफाट , भीतर सं मोकामा घाट 

11. ऊपर भर , त नीचा स झड़, हगबा क आगू बघबाक डर 

12.  उखरि में मुँह देलहुं,  त मुसरा के की डर

13.  उड़न्त में बगेड़ी , गड़न्त में ओल, आ जलन्त में रौहक नहि जोड़

14. उपाय ने किछु , दरी बिछौना

15. उत्तम खेती , मध्यम वाम , अधम चाकरी , भीख निदान






"ए " , "ऐ"

1. एहन घर ने बिहाहियौ बाबा, पदितो होएत सेहन्ता

2. ऐलक लुतिया देलक लगाय , आ अपने लुतिया रहल पराय

3. एक गुन मारि , चारि गुन बपरहारि 

4. एक टा बेटा बेटा नैय, एक टा टाका टाका नैय

5. एक टा कनियाँ  ले नुआ नैय भात , दोसर ले हिया फाट 

6. एई नदिया/नगर  के यैह वेवहार , खोलू धरिया उतरु पार

7. एक बापुत कें  दल , सब बापुत चल 

8. एक दिन हमहूँ छलौं नारि , मधुपुर छल ससुरारि

9. एक गाछ राहैड़ , सभ सं बाहरि

10. एक ते राकस , तै पर स नोतल

11. एहन झापने झपनियाँ , जे भाप ने लागे आँगनियाँ

12. एक दिन मनसा  जोतलनि हर , हगलनि , पादलनि , भेलनि जर 

13. एबाक ननदि एबे करती , भरि भरि थरिया खेबे करती , चारि अँगना घीनेबे करतीह 

14. एक दिन के रानी भेलीह , दांड़ी चढ़ि के हगए गेलीह

15. एक समय में किछु नहि भावय,सींक डोले ते हँसी लागय

16. एहन कतेए ही,  जे ननईद खेतीह घी

17. एतनी टा मुसरी , पुआर तर घुसनी

18. एकटा टाका छलौ गे छौड़ी , खन खोईछा, खन पौती

19. एक जुनि रुसैथ बाबूक बाप, जिनका प्रसादे नुआ भात
20. एक चिड़ैया ऐसनी,खुट्टा पर बैसनी।मुट्ठी मुट्ठी चाउर चिबाबै,से चिड़ैया कैसनी।।



"ओ" , "औ "

1. ओझा लेखे गाम बताह , गामक लेखे ओझा बताह 

2. ओझा खसला स्वर्ग सँ रुसला गामक लोक सँ

3. ओछही के रिन नैय खाय , ओखली वाली के  घर में धी नहि बियाही



"क "

1. कतय राजा भोज , कतय भोजबा तेली 

2. करनी देखियौन मरनी बेर 

3. कनियाँ बरक झगड़ा , पंच भेल लबड़ा 

4. कनने खीजने जम पतियाय ?

5. कौआक श्रापे बेंग मरे ?

6.  काज काल दाई, आ भोज काल छिनारि

7. करे ने खेती करे ने फंद, घर में नाचे मूसा चन्द

8.  ककरो चास दी , बास नहि

9. कोरा में चिल्का ,  नगर में ढिंढोर / शोर

10. ककरा कहबै के पतिएतै , जकरे कहबै सएह लतीएतै 

11. कहाँ धरब छितनी , कहाँ धरब साग , फलां एलैथ हमर बड़ भाग 

12. कांख तर अँचार , आ देखाबय पोथी के बिचार 

13. करनी नैय धरनी , आ नाम सुवर्णी

14. कनफुसरी के भरि देह फोंसरी

15. कनहा कुकुर माँड़े तिरपित 

16. कनियाँ मनिया झींगा के झोर , कनियाँ माए के ल गेल चोर 

17. केकर खेती , केकर गाए , कोन पापी रोमए जाए 

18. कक्का चोर भतीजा पाजी , काकी क माथ पर जुताबाजी 

19. कनियाँ स लोकदनिया भारी 

20. कनहा बियाह में सतरह आफद

21. कियो पूछे नैय , आ पिछौड़ लागल गाए   

22. कंटीरबाक जनम हेतै त केथरी गन्हेबे करएत

23. कोढ़िया उठताह त पहाड़ उनटेता 

24. कानल कनियाँ रहिये गेल, कानी छँटाओल बर घूरिये गेल 

25. कतबो करे  कियो हानी , तैयो नहि छोड़ी धर्मक बानी 

26. कुकुर पोसे कियो , नेर देखे किओ 

27. कनियाँ के लहठी,  बजनियाँ के शंख 

28. केश उपाड़ने मुर्दा हलुक 

29. कनही गाए के भिने बथान 

30. करू बहुरिया लूरू खुरू , दुनु साँझक बखड़ा एके साँझ में हुरु

31. काज ने धंधा , अढ़ाई रोटी बंधा  

32. काने के मोन छल , त आँखि में गड़ल खुट्टी

33. कमौनी खटौनी कें एक बखरा, बैसल बिलाड़ि कें तीन बखरा

34. कोढ़िया उठला , ते भरि घर तमला 

35. केहन केहन गेला , त मोंछ बला एला

36. का पर करब श्रृंगार , पिया मोर परदेशी  

37. कीनी धनिक जेकाँ , राखी गरीब जेकाँ 

38.काम के नैय काज के ,आ दुश्मन अनाज के 

39. करनी नहि धरनि , ठोर चमकौनी

40. कएल धएल पर श्री  जगरनाथ 

41. किछु खनहन,  किछु बन्हन 

42. कमौआ पूत के थारी में घी 

43. कमाबे लँगोटी बला ,खाए धोती बला

44.  केलनि धेलनि  हीरा , माँड़ पसेलनि जीरा

45.  कखनो पूड़ी पचास , कखनो घर उपास 

46. कनही गाए के भिन्ने बथान 

47. ककरौ जेठ पूत ककरौ छौड़ा 

48. कनियाँ आँखि में नोरे नैय , लोकनियाँ आँखि में नोर

49. ककरो कुटिया ककरो झोर , ककरो आँखि सँ बहि छन्हि नोर

50.  काज में जाएब नैय , खाए में छोड़ब नैय

51. केहन केहन  गेल्ला , त मोंछ वाला एल्ला 

52. की करै छी गप्प , दिओ लप्पे लप्प 

53. कोन-कोन काज करू, ढेपा चलाऊ की चोभा लगाऊ

54.  कपाड़ बुड़ियाय छै त , कादो मे फसल  हाथी के बेंग सेहो लातियाबई छै  

55. कौआ मुँह न भनिअए बेद 

56.  कंगाली में आटा गिल

57.कुकुर काटे अनचिन्हार के, बनिया काटे चिन्हार के 

58. कूदे फाने तोड़े तान, ताके राखे दुनियां. 

59.  कानल कनियाँ रहिये गेल 

60. कियो नाचे घर-आँगन ,कियो नाचे दुआरी

61. कुटि पीसि खो मउगि बहु हमर हो ,नुआ फटऊ त नैहर जो 

62. करिया झुमरि खेलै छी,ढील पटा पट मारै छी

63. कहक छला यौ,कहा गेल हौ,अही लेल तू मारबै रौ 

64. केहन केहन घोड़ी भसल जाए ,आर नार -घोड़ी कहे एतबे पाइन

65. कोढ़िया जन के मुँड़ेर सन के आटी

66. कारी बाभन कैल राड़ , ओकरा सँ नहि उतरि पार

67. किओ बियाएल कुथिकs , किओ कहलक बेटिये 

64. ककरो बोरे बोरे नून, ककरो रोटियौ पर आफत 

65. किरपिनी के दूना खर्च

66. कारी घोड़ी लाल लगाम , ओय पर बैसे गद  गद  राम 

67. कनियाँ के ठोप , अनारत राति के भगजोगनी 

68. काम के नैय काज के , दुश्मन अनाज के 

69. काजक माए के घर करू , बेटाक माए के बहार करू

70. को खाएब कि कटहर खाएब 

71. कुटिया पिसिया सब जाने , मर्द रहे जे आगि आने









"ख"

1. खस्सी के जान जाय , खेबैया के स्वादे नय

2. खोह मुँह खेसारी साग 

3. खस्सी मारि घरबैया खाय , हत्या लेने पाहून जाय 

4. खाए छी घरे स , कानैत छी अगहने स 

5. खाए लेल किछु नैय , नहाय लेल भोरे 

6. खेत खाय गदहा , मारि खाए जोलहा 

7. खिचड़ी संग जे मछरी खाए , मुइल बौहक नैहर जाए 

8. खलिया बन्दूक ठांय ठांय 

9. खेती करी त तरकारी , नौकरी करी त सरकारी

10. खुरपी के ब्याह में हँसुआ के गीत 

11. खो मंगला पड़ल रह

12. खाइथ  भीम , हगथि शकुनि 

13. खा के मुति, सुति बाम , बैद  बुलावे कोनो काम

14. खा क पसरी , मारि क ससरी

15. खीरा खा के पेनी तीत 

16. खीर खेलौं , पूड़ी खेलौं , खुद्दी लेल जी लगले 

17. खेतीक चुकल किसान , डारिक चुकल बानर , कतौ के नैय

18. खेवैया के राम देवैय्या 

19. खाक जीबन , तीसी तीमन

20. खाई ले लाई ने पादs मिठाई

21. खा पूत खा,भोजो जूनि आगाह 

22. खँजन चललीह बगड़ाक चालि अपनो चालि बिसरि गेलीह

23. खाय लेल माछ भात , बियाय लेल बेटी



"ग "

1.  गोआरक सोहारल माछ आ मलाहक सोहारल दही एके सन

2.  गाँव नोते नहि , बेलाही नोत

3.  गरीबक जीबन , सजिमनिक तीमन 

4. गाम करे हल माल , बौह मांगे चुम्मा 

5. गाय गोरू मिलान तं ठेहुने पानि दुहान 

6. गदहा खसला स्वर्ग सँ , रुसला गामक लोक सँ

7. गेल मौगी जे खेलक मीठ, गेल पुरुख जे खेलक तीत

8. गीत कवित्त सभ बिसरी , जखन माथ पड़े दुःख के गठरी

9.  गाल वाली जीत गेल , माल वाली हारि गेल

10. गाए बिकाएल चरबाही में 

11. गेल भैंस पानि में 

12. गामक हारल,  बौहक मारल 

13. गोर मौगी गौरवे आन्हर

14. गाबय बजाबय से धक्का पाबै , डांड़  घुमाबय से टाका पाबय 

15. गदहा जेता स्वर्ग , छान लगले जेतैन्ह / गदहा गेल स्वर्ग , छान लगले गेलन्हि

16.  गुरक मारि ढोकरबे जानि

17. गुड़क नफा चुट्टी खा गेल

18. गरीबक बेटी धनिकक घर गेल, एके सूप धान में ऊबजुब/तर उप्पर भेल

 


"घ "

1. घुन संग गहुम पिसाय

2.  घर टूटने जारनीक दुःख

3. घर पर खड़ नैय , तकिया पर स्वागतम 

4.  घर दही त बाहरो दही 

5. घर पकैयै कुरथी रोटी , बाहर सुखाय य जोड़ा धोती

6. घर में छौड़ा , नगर में ढिंढोरा 

7. घर आँगन भौजी के, छल छल करे ननदौ 

8. घर भुजी भाँग नैय , मियां पादे चूड़ा

9. घर पर खड़ नैय ,  कान पर बीड़ी 

10. घर घोड़ा पैदल चले , बाट चले बत छीन 

     थत्ती राखे कुटुम्ब घर , बूढ़ीक लक्षण तीन 

11. घर फुटय ते गँवार लुटय 

12.  घर मुसरी दंड पेले

13. .घरक भेदिया लंका डाह

14. घोनी फेनी नोनी साग

15. घर फुटय त गँवार लुटय

16. घोड़ाक  लात आर दोगलाक बात एके बराबर 



"च "

1. चोरक मुँह चान सन

2.  चोर चोर मसियौत भाय 

3. चिन्हे न जाने , मौसी मौसी करे 

4. चोरी ते चोरी ऊपर सं सीनाजोरी 

5. चोर बाजे जोर सं 

6. चिन्हले छौंड़ी समधिन भेल 

7. चमकून चन्ना हेरै छी , ढील पटापट मारै छी 

8. चिड़ियन के जान जाए , आ लड़कन के खिलौना 

9. चालैन दुसलैन सूप कें जिनका सहस्र टा छेद

10. चालि , प्रकृति आ बेबाय , ई तीनू संगहि जाय

11.  चौठी चन्दा बड़ अनन्दा , खिरिया पुरिया खा रे बन्दा 

12. चेल्हा पोठी चाल दय , रौहक सिर  बिषाय  

13. चूड़ा दही आइंठ , आ लड्डू निरऐंठ 

14. चूड़ा के गवाही दही 

15. चुपके चुपके आएल चोर, पहिले चोरेलक बेटा मोर, बेटा चोरा कs मुट्ठी मे लेल ,  धन सर्वस्व पर दाबी देल 

16. चोरबा के अरजल सब किओ खाए , असगर चोरबा फाँसी जाए 

17. चमड़ी जाए , मुदा दमड़ी ने जाए

18. चिल्का लाथे चिलकौर खाए

19. चिलका कानैय त कानैय अपने नहि कानी

20. चोरक लेखे ताला की, बेईमानक लेखे कबाला की

21.चारि सखी चारि रंग , चारू बदरंग, चारू के ब्याह भेल , चारू एक रंग

22. चैं चैं चैं , अपने सिर बिसैंय 





"छ "

1. छलिये हम हिन्नी बिन्नी , आब भेलिये मलकिन्नी

2. छह अन्ना के मुर्गी , नौ अन्ना के मसल्ला 

3. छोट खिखिर के मोंट नांगड़ि

4.  छिक्के पहिरि , छिक्के खाय

     छिक्के पर घर नहि जाय

5. छुछाके के पूछा 

6. छेला कुमर के , छेरनी बौह

7. छिया छिया गबर गबर

8. छलीह बहुरिया झांपलि ,लेलनि बहुरिया खापरि  

9. छलै छौड़ी रिणी बिनि,कूटै छल धान, छौड़ा बुलेल छौड़ी कचरे छै पान

10. छुटल घोड़ा, घोड़साड़े ठाढ़ 




"ज "

1. जखन नंगटे नहायब, ते गारब की

2. जेकरे अरबर , तेकरे खरबर 

3. जे भोज नैय करे , से दालि बड़ सुरकइ

4. जेकर माए मरल , तेकर पात पर भाते नैय 

5. जाइतो गमैलौं , स्वादो नैय पेलहूँ

6. जीर पीस पियब नैय , सैंय बिना जियब नैय 

7. जुरय लाइ नैय , खाय बतासा 

8. जेहने तकलह हौ कुटुम , ओहने भेटलह हौ कुटुम 

9. जाबय छलौं कुमारि , ताबय धम्मर धम्मर मारि , आब भेल बियाह , आब के सहत मारि 

10. जतय सुई नैय समाय , तते फाड़ घुसियाय 

11. जेठ भेल छोट , बैसाख भेल नमहर 

12. जतेक के बौह नैय,  ततेक के लहठी 

13. जेमहर देखी खीर , उमहर बैसी फिर

14. जीयब त की की ने देखब

15. जकरे बनरी , सैह नचाबय

16.  जँ पिया रहता मन नहीं भेता , जँ पिया जेता मन  पछतेता 
 
17.  जिदगर कनियाँ के भैंसुर लोकनियाँ 

18.  जीतिया पाबनि बड़ भारी , धिया पुता के ठोकि सुताबी अपना खाय भरि थारी 

19. जुन्ना जरि गेल  , मुदा ऐंठी नैय गेल 

20. जकरे लेल चोरि केलौं , सएह कहलक चोरा 

21.जखन धोबी पर धोबी बसे , तखन गेन्ह्रा पर साबुन पड़े  

22. जाड़ बड़ राड़ ,गोसाईं बड़ पापी, धिपली खिचड़ी खुआ गे काकी 

23. जाबे कएलहुँ पुता पुता , ताबे कएलहुँ अपन बुता 

24. जे पुत्र प्रदेश गेला , देवता पितर सब से गेला

25. जुरै छै , ते फुरे छै

26. जे लंका गेल से रावण भेल  

27. जुड़ै मियां के  मांड़ नै , मांगय मियां ताड़ी 

28.जेकर बड़की जिहलाही , तकर छोटकी भारे लागल खाय 

29.  जाबे करब पूता पूता , ताबे कयलहूँ अपन बुता

30. जेहने करनी ओहने भरनी

31.  ज नैय देता राम , से के देत आन 

32. जे हेती हित , से खुएती तीत  

33. जेहन गुनी नहि , तेहेन महग बड़

34. जाड़ बड़ जाड़ गोसाईं बड़ भारी 

      बच्चा के लगबे नई करत 

     जवान मोर भाई

     बुढ़ के तऽ छोडब नई

     कतबो ओढ़त तुराई

35. जखने कहलकै कक्का  हो तखने बुझलिये कचिया/बटुआ   हेराएल 

36. जनमल ककरौ , बले ककरौ 

37. जे नहि तेजल एक घड़ी , से तजि गेलाह जनम भरि

38. जेहने मनसा तेहने फल, जेहने अंगना तेहने घर

39. जीबैत में नंगई नंगा,मरला पर पहुंचावे गंगा

40. जुड़े त  , ठाँउ  द क पादी , नैय त पादितो जाय , पड़ाइतो जाय 

41. जे रोगी के भावे , से बैदा फरमाबे

42.  जकरा लेल चोरि केलौं , सएह कहलक चोरा 

43.  जे सहे तकर लहे 

44. जे नैय नहाबए , से भक्त कहाबे

45. जिनका एत्ता बड़ के राज, तिनका तीमन पकैन्हि साग  

46. जाइब नेपाल/ मोरंग कपार जायत  संगे

47. जै एते ऋण , तै घोड़ा कीन 

48. जखन भेल अप्पन बेटी तखन बिसरल बापक बेटी

49. जखने सुनलक छौड़ी सासुरक नाम,बुलि आएल छौड़ी सौंसे गाम

50. जाहि डरे भिन्न भेलहुँ सएह भेल बखरा

51. जे बियेलीह से ललैलीह, बेटा लेल पड़ोसिन अगड़ैलीह

52. जेहने पीसब तेहने उठाएब, जेहने कुटब तेहने खाएब

53.  जेहने बौआ तेहने झुनझुना 

54. जे नय देताह राम , से के देत आन

55. जे भोज में नोत नहि , ओय भोज में कुकुर मरे 

56. जीर सन छली , जमाईन सन भेली, सासुर एली गिरथाइन सन भेली

57. जकर बड़की छुलाहि, तकर छोटकी भारे लागल खाए 

58. जतए बाजे बड़का ढोल तते के पूछे पिपही के

59.   जकर जेहन बाड़ी, तकर तेहन भट्टा।

        जकर जेहन माए बाप , तकर तेहन बेट्टा।

60. जे कहियो नय से लोहिये मे 

61. जे अगुएली सेह पछुएली

62. जत अरजल तत कनिये लेल , भीख मंगैत बर कोबर गेल



"झ "

1. झोरी में किछु नैय , बजार में धक्का 

2. झगड़ा नैय दन , चून-तमाकूल  किये बन्न 

3. झरकल मुँह , झाँपनहि नीक 


"ट"

1. टकर टकर टकर जकर छियै तकर , तू की लेबे शक्कर 

2. टिटही टेकलैन अकाश

3. टेंगरा पोठिया चाल करे, रहुआ सिर बिसाय 


"ठ"

1. ठोंठ पकड़ि के काज करेनाई 


"ड"

1. डूबि के पानि पीबी त एकादशीक  बापो नहि बुझे

2. डोर कहलक पटोर पहिरलहुँ , आँखि कहलक संगहि छी 


"ढ"

1. ढाक के तीन पात 


"त "

1. तीन तिरहुतिया तेरह पाक , ककरो दही चुड़ा ककरो भात 

2. ताली मउगी ताल करे , आंगुर काटि काटि घाव करे

3. तोरो सं बीर गै , कान  लेबौ तीर गै

4. तुं कुलबोरैन तीन तीमन नून तेल मिरचाई , हम कुलवंती छुच्छे खेलहूँ दही दूध मिठाई

5.  तम्मा बिन पाहुन उपास 

6. तीन बेर चोरी भेने धोबिया सेठ 

7. तेल जरे तेली के , छाती फाटे मशालची  के 

8. तोर आगू तोर सन , मोर आगू मोर सन

9. ताड़ बनू कि घास , बकरी खाय य बतास 

10. तीसी छन छन , लाबा भरि भरि

11. तेल घटल जाए, नाच बढ़ल जाए

12. तरेगन तोड़ब

13. तरेगन गिनब

14. तिल क ताड़ बनाएब 

15. तरे तर खो मौगी , हुबगर हो

 


"थ "

1. थुकि के चाटनय

2. थूक संगे सतुआ सानी 

3. थोपल थापल आरि पर बैसल


"द "

1.  देखे में लीख सन , बाजे में बीख सन

2. दाय गे दाय , तोहर खोएछी में लाइ 

3. दिनक छौड़ी कौआ देख डराए  , रातिक छौड़ी सिपाही संग जाए 

4. देह पर नैय लत्ता , आ चले कलकत्ता

5.  दसक लाठी एक के बोझ 

6. दुधगरि गाए के लथारो सही 

7. देखे लेल बिलाय नैय,  मारै लेल बाघ

8.  दीदगैर कनियाँ के भैंसुर लोकनियाँ

9.  देने लेने जस , नुने तेले रस 

10. देसी कुकुर / मुर्गी  विलायती बोल 

11. दस के छुइने, एक के मुइने

12.  दिन केँ हरे हरे , राति केँ घरे घरे 

13. देखू हे आय माय नगरक रीत , एक घर कानन एक घर गीत

14. देह नैय धुए , से भगता होए 

15. देखे मे मनसा धुमा रे चकोठबा , मनसा के जनमल एको टा ने बेटबा

16. दूर के ढोल सुहावन

17. दम ने दुस्सा , पदे मुस्सा 

18. दही काटैत खैंकि गड़ए

19. देखैत सुनैत महकारी , तर में बिया कारी






"ध"

1.  धोबिया के गधा,  नै घर के नै घाट के

2.  धी ,जमैया ,भगिना, ई तीनों नहि अपना 

3. धैन्न छी अहाँ , की धैन्न छी हम,चलैत छी अहाँ , निन्घारैत छी हम

4. धिया पूता ककरो , घिधारी करे  मंगरो 

5. धिया के डाँटलहुँ ते पुतौह लेली त्रास

6. धनक आँगन , पुआरे चिन्हल 

7. धिया पुता  गाम पर , घेघी लताम पर / सब छौड़ी गाम पर, घेघी लताम पर 

8. धान पान नित स्नान  

9. धोबिया के नैय आन बहान , गदहा के नैय आन किसान 

10. धन्य भेल दिदिया सासुर गेल, दिदिया के चूड़ा-पैर हमरा भेल

11. धोबिया स की तेलिया घाटि, एकरा मुंगरा ओकरा जाठि



"न "

1. नैय राधा के नौ मोन घी होएत नै राधा नाचतीह 

2. निर्धन के सब दोखे , निर्बल के सब रोगे 

3. नतिनी सिखाबे बुढ़ दादी के 

4. नढ़ीया देखलक कतराक झाड़, ते कहलक वृन्दावन छियै

5. नाम बड़का बाबू , आ धोती भाड़ा पर 

6. नबकी दुलहिन के ठेहुन धरि घोघ 

7. नौखि नौवाइन के बाँसक नहरनी 

8. नानी के धन, पानी के धन , आ बेईमानी के धन - नैय रहैत छैक 

9. नैहर में भोज भेल , जी में भरोस भेल 

10. नौआ के देखने नह बढ़े

11. नैय रहत बाँस , नैय बाजत बाँसुरी

12. नङ्गटे पहिरि , भुखले खाए 

    जतय मन हुए ततय जाए

13. नब जोगी कें पोंन में जट्टा 

14. नाति के गांती नैय , आ कुकुर के पैजामा

15.  नामी मरे नाम लेल , पेटू मरे पेट लेल 

16. नैय  मारी माछ , नय उपछी खत्ता

17. नर ने झड़ , पेटफुल्ला दीयर 

18.  नया पमरिया के पाछू ढोलकिया 

19. नाम उच्च कान बुच्च

20. नैय मामा सं कनहा मामा 

21. नैहरा पकैया खीरिया पुरिया , ससुरा पकैया झोर

     अपना पिया के किछु नहि अछि त नैना झरैय नोर

22. ने दौड़ चली ने ठेस खसी

23. नौआ के बरियाती ठाकुरे ठाकुर

24. नैय हगब , नैय बाट छोड़ब 

25. नैहरक बोल आ केहुनी क चोट बड्ड लगै छै

26.  नीक काज करी ते खाए बौआ पान , अधलाह काज करी ते कटाबी दुनु कान

27. नय झगड़ा , नय दन ,  पान सुपारी बन्न

28.  नहिरा जाऊ , बेटी ससुरा जाऊ , बहियां डोलाऊ , बेटी कतौ खाऊ 

29. नाम दायवती , पोनाठ उघारे

30. नोनगर ने तेलगर चहटगर बर, मयगर ने बपगर गलगर बर

31. ननईद निन्दाबे सात घर कनाबे

32. नंदोइस के घोड़ा देख के सरहोइज बताहि

33. नैहरके अल्हड़ सासुरक ढीठ , बाट चलैत नहि झंपलैन पीठ
34. निश्चिन्त सुतु हे हेरु, जिनका गाए नय नेरु
35. नकबा से नहरनी , नहरनी से नकबा





"प "

1. पेट बिगाड़य मुड़ही, घर बिगाड़य बुड़ही

2. पाय दुई तरहे बचए - ककरो घेंच काटि कs वा अपन पेट काटि कs

3. पंडित जी पंडौल के , चूड़ा दही कमतौल के 

4. पित्तरि के गहना पर एत्ते गुमान , सोना के रहितै त चलितै उतान

5. पेट में गूँह नैय , आ नौ सुग्गर के नोत  

6. पढ़ै फारसी बेचे तेल 

7. पैसा नैय कौड़ी , उतान हो गे छौड़ी 

8. पहिरने , ओढ़ने कनियाँ बर , निपने पोतने आँगन घर 

9. पंचक बात मानब , मुदा खुट्टा एतहि गाड़ब 

10. पाद बड़ैया पातर चूड़ा 

11. पैरकु पैरकु बिलाड़ि के माय, एक दिन झपटब जानहि जाएब

12. पहिरि धानकाईन जेकाँ , राखी कंगाईन जेकाँ  

13.  पेट नैय चले , आ केराक भार 

14. पहिरने ओढ़ने कनियाँ बर , नीपने पोतने आँगन घर 

15. पैसा नय कौड़ी , आ बीच बजार में दौड़ा - दौड़ी

16.  पेट में खड़ नै , सिंह में तेल 

17. पानि में माछ नौ टुकड़ी के बखड़ा

18. पूजा पाठ जानी ने जानी , शंख खूब बजाबी

19. पाथर परहक दूबि

20. .पड़हल सुग्गा बौक

21.  पूछे कियो नहि कहाबी कानूनगो 

22. पर घर खेने पेटनी नाम, पर घर सुतने मुतनी/छिनरी नाम

23. पान सन रोटी , पहाड़ सन दिन , कोना के बीततै वैशाखक दिन

24. पोन में फुंसी ,आर हजमा स लाज 

25. पूत लावs गेली आ भतार गँवा कs अइली

26. पेट में पड़लनि जुड़ाई, ते करय लगली नहीरा के बड़ाई

27. पूत कपूत ते की धन सँचय, पूत सपूत ते की धन सँचय 



"फ "

1. फाटल नुआ ,चीरब कते 

2. फेर नैय नारि  बेल तर जेतीह , बेलक मारि भटाभट खेतीह


"ब "

1. बियाह सं बिध भारी 

2. बहिरा नाचे अपने तालें

3.  बाप छल पेट में , पूत गेल गया 

4. बाप के नाम लत्ती फत्ती , बेटाक नाम कदीमा / अगरबत्ती 

5. बाप के बापे नैय , ससुर कें कहलहूँ फादर 

6. बासी बचए ने कुत्ता खाए 

7. बिध करे बिधकरी, नाक धरे छुतहरी

8. बैसल सं बेगारी भला 

9. बाप जिनगी नैय खेलौं पान, पान - पान कहैत गेल प्राण/ बाप जनम ने खेल पान, पान पान  कहैत गेल प्राण

10. बाँध स खड्डा ऊँच

11. बाबा कें बखारी , धिया के उपास

12.  बहिरा नाचे अपने तालें

13. बुढ़ भ गेल छी , नाक लगले अछि

14.  बाट चलैत जे गाबए गीत , तकरा सन नहि आन पतीत 

15. बानर बुझलक आदि के स्वाद 

16. ब्रह्म सं बेसी छागर उताहुल 

17. बिन बजौने कोबर अयलौं , कनियाँक  माए कहलक कते अयलौं

18. बेटी के माय रानी , बूढ़ारी भरे पानी

19. बली चोर के कंधा चढ़ा क पार उतारी

20. बुड़बक बाभन रहिका बास, कोठी में धान आ घर में उपास 

21. बाड़ीक पटुआ  तीत  

22. बाप बेटा पंच , बरद के दाम पांच टाका

23. बापक दुलारि बेटी दूरि गेली,

      खसली भटाक सन चोट लगलैन 

      फटाक सन बीचे बाट सँ घुरि गेलीके

24 . बुधियारक मारि चूड़ा दही

25. बात करी जानि क,  पानि पीबि छानि क 

26. बापे पूते मड़बा , माए धीये कोबरा

27. बाजू त बजन्ता , नै बाजू त गोंग 

28. बाप के नाम साग पात , बेटा के नाम पड़ोर

29. बाप मरि गेल अन्हरिया में , बेटा के नाम पावरहाउस  

30.  बाप पाद नैय जाने , बेटा संख बजाबय 

31. बाजिते छलौं त हारलौं केना 

32. बुड़बकहा बेटा टक्के काबिल

33. बेसी योगी मठ उजाड़ 

34. बकरिया करे पाउज , डनियाँ कहे हमरे चर्चा

35. बदरी बिकल भेल, धिया पूता कल भेल

36. बाभन जाति अन्हरिया राति, दही चूड़ा लेल दौड़ल जाथि

37. बाँझवा घर में बिलड़ा दुलार

38. बड़ बड़ जन केँ भेटक लावा , पदनौ के मीठाय 

39.  बिध के बिधान

40.  बुझले बात , कदम पर हाथ

41.  बेटा पर के बेटी ,छोड़ पिया खेती

42. बाबा बले  फौजदारी

43. बाभन , कुत्ता , हाथी , तीनों अपने जाति के घाती

44. बनैल सोनेल कनियाँ बौह सन, नहि त काकी सन

45. बैसल बुढ़वा की करे,अही कोठी के धान ओहि कोठी करे 

46. बापक दुलारि बेटी दुरि गेली , बाटे सँ कोहा लs कs उड़ि गेली 

47. बेटी गेली , पुतौह एली , आश्रम ठामे के ठामे

48. बदरी के कनियाँ कलोवो नहि माँगे

49. बुढ़ में बुढ़घाघस

50. बीच घर में डिबिया जरै य , टुकुर टुकुर ताकै छी

51. बाप बड़ा नैय भैया , सबसे पैघ रुपैया

52. बाप घुमे गली गली , बेटा के नाम बजरंग बली 

53. बौआ सं झुनझुना भारी 

54. बिना नाथ के कूदे गदहा 

55. बहसल बेटा खुद्दी खाय , आ बाप जाड़े डोलडाल जाए 

56.बगुला रे तोहर घेंच किया टेढ़ , हम नय टेढ़ हमर वंशे टेढ़

57. बाँटि कुटि खाय, राजा घर जाय

58. बाँटल भाए , पड़ोसिया दाखिल

59. बेटी आ कोठी सैंतलै नीक




"भ "

1.  भल पिया हेता , त गुदड़ी लोभेता 

2. भुसकौल विद्यार्थी के गत्ता मोंट 

3.  भात सं भतबरी , आ तीमन सं सलाह 

4. भोज नैय भात , हर - हर गीत 

5. भुखले छी,  त सुतले छी 

6. भात सं भातबरी  , आ तीमन सं सलाह 

7. भरल पुरल दाय , तं घुरि घुरि पुछथि भाय

8. भेल बेटी गेल श्रृंगार ,  आएल सौतिन भेल श्रृंगार

9. भोज नै भात , हर हर गीत 

10. भैया सं नहि जीती , ते भौजी के पछाड़ी 

11. भोजक काल में कुम्हड़ रोपनाय

12. भेला सं  भवान दाय , नै त पदान दाय 

13. भुखले मोन पड़े कोबरक खीर

14.  भरि घर दीयर , आर भतार से ठठ्ठा 

15. भोला बाबा यौ , हम नैय बुझलियै अहाँ के  मन के बात 

16. भेल बियाह मोर करबो की , धिया छोड़ि के लेबो की 

17.  भूख ने जानइ बासी भात , प्यास  ने जानें धोबी घाट , 

       नींद ने जानें टूटल खाट , प्रीत ने जानें जात -कुजात 

18. भोरका घाघस बकरी के ढुइस , कनियाँ बर के झगड़ा सभ टा फुइस 


"म "

1. माए  करय कुटन पीसन, बेटा के नाम दुर्गादत्त

2. मौस खेने मौस हुए माछ खेने बल, दालि सने जौं तौं साग सने गल

3. माछ भात पांच हाथ, साग भात माथा हाथ

4.  मंगनी बरद के दांत नैय देखी 

5. माए के जी गाए सन, पूत के जी कसाई सन

6. मुरखाहा के धन , कबिलाहा ठगि ठगि खाय 

7. मुनले मुँह सतुआ फँकनाय 

8. मूस खिसियाइ , त कोड़े माटी 

9. माछक तेल सँ माछ तरनाय

10. मुँह मुसहरनी , आ बनी धनुकानि

11.  मियां जोड़ियह नड़ी नड़ी , खोदा ले जाहियह एक्के बेरी 

12. मार भतीजा , पूत पाँछा

13. मौगी के खाइत आ पुरुख के नहाइत ...  कियो ने देखैत अछि

14. मरय के मोन नैय , त उठि उठि बैसी 

15. माछक सम्बन्धे कान्कौर नाना 

16. माँगि चैंग खाय छि , ककरो दुआरि त नय जाय छि

17. मन के केलक मौजी त बौह कें कहलक भौजी 

18. मोफत के चन्दन , घिस हो रघुनन्दन  

19. मुँह सन मुँह नैय , मुँह तिनकोनमा 

20. माघ मास जौँ माँगुर खाय , ससरि फसरि बैकुंठे जाय 

21. मुर्खक लाठी बिच्चे कपाड़

22. मुँह देख मुंगबा परसब

23. मन चंगा ते कठौती में गंगा 

24.  माए ताके अंतरी , कनियाँ ताके पोटरी

25. माए के गोड़ लगने वंश के गारि , बौह के गोड़ लगने तीन ढकना दालि

26. मूस मोटैंहें , लोढ़हा होइहैं 

27. मेहनत करे मुर्गी , अंडा खाए दरोगा 

28. मुँह नैय कान , दिपुआ नाक 

29. मोटका नाक सुहागक पुड़िया , ठढ़का नाक में लागल छुरिया 

30. मड़ुआ मीन , चीनी संग दही

     कोदीक भात , दूध सँग सही

31. माघक कनियाँ  बाघ 

32. माघ मास पड़े हल हली, नहि नहाबी तs दंतमनिए कs ली 

33. मियाँ के दौड़ मस्जिद तक 

34. मरै छी ने जीबै छी , हुकुर हुकुर करै छी

35. मौगी नैय मनुक्ख बलगोबिना

36. माछ आ पहुना, तीन दिन कहूना 

37. माँगि चाँगि खाय हलुक सन काया, हमरा देखि के ककरा नहि लागे दया

38. माय माय में भेद , किओ माय दाता किओ माय प्रेत

39. माय सन धी , पिता सन पूत, नहि बेसी ते थोड़बो थोड़

40. मोन-अछताइया मोन-पछतइया एहन सुनर कनिया हमर नहियर जैइया

41. माए सँ बेसी जे माने से डाइन कहाबे 

42. मोर मन , मोर मन , नहिं पतियाए 

      सौतनिक टाँग दुनु झूलते जाय

43. मियाँ बुझलैन पियाउज

44. मुंडे मुंडे मतिर्भिन्ना

45. मुखशुद्धि के परकारे नहिं ,अरियातबाक बड्ड चमत्कार 

46. मुइलाक उत्तर डोम राजा

47. माय मुइने बाप पितिया

48. माय कहै मोर पूत सपूता, बहिन कहै मोर भैया

जोरू बुझैय खसम क, सब सँ पैघ रुपैया 

49. माँगि चाँगि खाय , हुलासन काया

50.  माय मरिहैं धिया लेल , धिया मरिहैं ब्याहता सांय लेल 

51. मुँह में राम बगल में छुरी 

52. मोर सैंया बड़ चतुरैया , चुल्हि क आगू मोंछ फहरैया

53. माय गुण धी, पिता गुण घोर । नहिं किछु त थोड़बो थोड़।

54.मन मे मन मे किछु नै खाए, टुके टुके अढ़य टा खाए 



"य "

1. यैह गुड़ खेने कान छेदेने


"र "

1.  राति सुतु , भोर सुतु , बेर पाबि फेर सुतु 

2. राजा राज लय बेहाल , रानी चुम्मा लय बेहाल 

3. राजा बेटी  के पहिरन ओढ़न, धोबी के पैर पोंछना 

4. राजा कें सेबने कान दुनु सोन , बनियाँ के सेबने छटांक भरि नोन

5. राजा दरजे ते नौ मन घी , बनियाँ दरजे ते छटांक भरि नोन

6. राज महाराज के बाँट करे बक्खो 

7. रुसल जमैया मोर करता की ,  धिया छोड़ि मोर लेता की 

8.  राड़ कें कहलहूँ बाबू , ते उछलि के आएल आगू  

9. राड़क भौजी , सबके भौजी 

10. राड़क लगही के काज भेल , ते छह महीना लगहीये नैय केलक

11. रामधनी के कोन कमी,  भगवा फाटे दनादनी

12. राजा दुखी, प्रजा दुखी ,जोगी के दुःख दुन्ना 

13. रातिये आएल पिया रातिये गेल, भरि मोन पिया के देखियो ने भेल

14. रावणक लघी

15. रौह के मुड़ी, भून्ना के पेट

      दही क ऊपर गुड़क हेठ 

16. राजा के हाथीसर , सेहो सवा लाख

17. रातिक चमक आर दिनक  छाया , ढाक कहे जे बरखा गाया

18. रूप ने छत्ता , मसुरी के दाइल बड्ड खट्टा

19. रूप ने रेखा नाम सुरूपनेखा

20. रामचंद्र लकलक , सीता दाय चोकना

21. राँड़ी मौगी ताके बाट ,कोन घर भोजभात

22. राड़ के सुख बलाय

23. राँड़ काने अहिबाती काने तै संग कुमारि सेहो काने



"ल "

1. लबरा आबि गेल , चारि कथा बाजि गेल 

2. लुच्चा मरए माघ मास

3. लादि दे लदा दे , पोखरि श्याम के पहुँचा दे

4. लंका में जे सबसे छोट से उनचास हाथ

5. लहँग लड़ीला सदा सुखी

6. लड्डू लड़य त झिल्ली झड़य 

7. लिख लोढ़ा पत्थर 

8.  लेलही के पितड़ीक कनैली , 

     पिया सँ मंगलौं करिया हारी ,

     नयन दुनु डाहि देलनि ,

     आनि देलनि उजरा हारी 

9. लाल नुआ फाटि जाएत , चमकब छुटि जाएत

10. लाजे भावो बाजथि नहि , ढीठ भैंसुर छोड़थि नहि

11. लाजे ने लजेएली मउगो,खीर में मंगली झोर

12. लाल नुआ फाइट जाएत , चमकब छुटि जाएत

13. लिखे आबे .. त नैय, मेटबे आबे ... दुनु हाथे

14. लत्ती चोर फत्ती चोर , तखन भेल सिंघिया चोर  

15. लम्बी लम्बी केश के बरहा बाँटब , सुन्दर धो धो के चाटब ?

16. लूटि आनी कूटि खाय 


"व"

1. विप्र टहलुआ , चिक धन और बेटी के बाढ़ी ,अहू सं धन नैय घटे त करू बड़ सं रारि


"श "

1. श्रीमन्त नारि कहाबथि छिनारि, श्रीमन्त पुरुख होई छथि भिखारि

2. शुद्धाक मुँह कुत्ता चाटे

3. श्रावण शुक्ला सप्तमी हँसि के उगे भान, मुस कहे मुसनी के कतय के रखबे धान


"ष"



"स "

1. सब धन बाईस पसेरी 

2. सैयां से छुट्टी नहि , दीयर मांगे चुम्मा

3.   सिंघ तोड़ी पड़रु बनब

4. सात बापुत राम के , एक्को नैय काम के 

5. सएं से सम्बन्ध नैय ,आ दीयर संग फदक्का 

6. सउन के जनमल गीदड़ , भादो में कहलक एहेन बाढ़ी नैय देखलौं 

7. सोन त कान नैय , कान त सोन नैय 

8. सय चोट सोनार के एक चोट लोहार के 

9. सुट्टी पिल्ली राम भजुआ माय , डोका तीमन लए  गुड़कल जाय 

10. सांझ पराती भोर बसंत , तखनै बुझलौं गीतनादक अन्त 

11. सब दिन खायहैं , पाबनि ललैयहें

12. सासुर सुर पुर,  दिन दुई चारि , तकर बाद पासनि कोदारि

13. साउस तर बसलहुँ , पुतौह तर बसब तखन ने

14. सुग्गा के बजाबि ते बज्बे नै करे , आ तीसी झन झन बाजे  

15. साउस ने ननदा , अपने अनन्दा 

16. समादे दही नहि जनमै छैक

17. सब काज दाय के,  नाम भौजाय के 

18. सड़लहो  भुन्ना , त रौहक  दुन्ना 

19. सस्ता गहुम, घर घर पूजा  

20. सड़ल गाए बाभन के दान 

21. सब सखी झुमैर खेले , लुल्ही कहे हमहूँ 

22. सोन अछि त कान नहि , कान अछि त सोन नहि 

23.  सीरक ओढ़ी क,  घी पीनय 

24. सीरा खाए हीरा , पुच्छी खाए गुलाम 

25. सुतल छि , आ ब्याहो होइया 

26.  सब मिलि करि काज , हारने जीतने नहि लाज

27. सबके बेर भोला पढ़ि लिख गेल , हमरा बेर में कलम टूटि गेल 

28. सजिते सजिते धिया कनाहि

29. सांझे मुइला , कानब कत्ते

30. सुपक भट्टा

31. सुख सिहली दुःख दिनाय , करम घटे त फाटे बेबाय 

32. सुनि सुनि  लगैय दांती , आब कुकुर बान्हैय गांती 

33. साउस नैय बिएलि , ननदि नहि भेल

     माए नैय बिएलि , बहिन नैय भेल

34. सब देवता के दौड़ , महादेव के घुसकुनियाँ  

35. साएं मान ने मान , बौह टकुए टान 

36. सैंया भेल कोटबलबा हम नंगटे नचबै ना/सैंया भेला कोतबाल हमरा डर कथी के

37.  सनेस ने बाड़ी , खखास बड़ भारी

38. सब हाथ मेहंदी , धान के कूटत ,सब दात रंगबा, चूल्हि के फुकत

39. साल भरी खाये मलपूआ ,आर अगहन में पुछै कतैक हुआ

40. सुगरक गूंह ने नीपे जोगरक , ने पोते जोगरक

41. सेर पसेरी अकड़ा चूड़ा दही छाछ भरि जलखै जकरा,

      की हएत चटने पाव भरि जोड़न , ऊँटक मुँह में जीरक फोड़न

42. सूरदास घी कड़कड़ौने  बुझताह

43. सैंयों ने बेटबो नैय, किरिया ककर खाएब

44. सासू पाबनि तिहार, पुतौह वैह सरबा, वैह ढकना, वैह वेवहार

45. सात नुए सीता नांगटि

46. सड़ी गलि जाए , गोतिया नहि खाए, गोतियाक खाएल अकारथ जाए

47. समाठक चोट उखैरे जाने

48. सूती खरतर पर सपना देखि नौ लाख के

49. सैंय मान  नै मान, कनियाँ खोपा बान्ह

50. सय दवा एक संजम

51. सुखाएल माछ , भुखाएल मुसहर 


"ह "

1. हम सुनरी अहाँ  पिया सुनरा , अई गाम के सभ किओ बनरी बनरा 

2. हेहरी गे हेहरी केना रहै छय , लात मुक्का खाय छी भने रहै छि 

3. हड़बड़ी बियाह , कनपटी सेनुर 

4. हर बहे से खड़ खाय , बैसल बकरी खाय अंचार 

5. हर बहे बरद, हकमे कुकुर 

6. हम पोखरि में नहाय छी, ओ डबरा में ओंघराई छथि , हम छाहरि में सुस्ताए छी , ओ रौद में छिछआई छथि 

7. हे ननदो , तोरो ननदो 

8. हाथ पाएर में दम नैय , आर ककरो सं कम नैय

9. हाथी बिका गेल , आ अंकुश जोगा क रखने छी 

10.  हलुक माटि बिलाय कोड़े 

11. हम चराबी दिल्ली - दिल्ली , हमरा चरबय घरक बिल्ली 

12. हारल मियाँ , सुग्गर खाए 

13. हरिनक गवाही सुग्गर देल ,  दुनु पड़ा के जंगल गेल  

14. हक्कैल कुकुर , कतौ शिकार करय 

15. हारल नटुआ झुटकी बिछय 

16. हरी गुन गाबै से धक्का पाबै , डाँड़ घुमाबे से टक्का पाबै 

17. हथिया पेट सँ निकलल जाड़ , गोनरि लेल खड़ कटै य राड़

18. हेहरी गे हेहरी, सैयां मारलको बाप के देहरी 

19. हसि क बाजि हंसले जाई , खसि क बाजी खसले जाई 

20. हाथी चले बजार , कुत्ता भूके हजार 

21. हँसि हँसि बाजे नारि , से तीन कुल बिगाड़े 

22. हगनी ने लजाय, उपराग देव जाय

23. हेहरा के पोन में जनमल गाछ , ते कहलक छाहरिये में छी

24. हर में जौँ तौं , चौकी में बिहारि

25. हाकिम छोट , लाश भारी 

26. हँसुली चलि गेल आ बुलाकि लs मारि

27. हर ने फार चभाक दs हेंगा

28. हरी रे हरी साग पात चिबेबाक छल ते जनम किए लेल

29. हमरे उलायल कुरथी , बबा जी कहाय बैकुंठी

30. हम तेते रंग , हम तेते रंग , सब छुतहरी एके रंग

30. हाथ सूखा , ब्राह्मण भूखा

31. हमरे पोषल बिलाय हमरे कहे मियोऊँ 






"क्ष "

"त्र"

"ज्ञ"

 

जारी ........................


संकलन : श्री मती विजया ठाकुर एवं अमर नाथ ठाकुर 

कोलकाता , 13 नवम्बर , 2021.




Thursday, 11 November 2021

ठोकर


घर में भी टकराते हैं ....

कभी खुल रही खिड़की से

कभी बन्द हो रहे दरवाजे से

कभी दीवार से , कभी शीशे से  

छत से तेजी से घूम रहे पंखे से 

टूट कर गिरते पंखे से 

कभी ऊँगली कटती 

कभी नाक कटती

कभी खून से लथपथ  होता 

कभी मरहम पट्टी कभी दवा-दारु होती 

टकराने का दर्द से सहोदरी रिश्ता होता है 

टकराकर पछताते हैं  

लेकिन तभी तो अपना मूल्यांकन स्वयं कर पाते हैं

कभी खुले पथ पर भी टकराते हैं ...

जब पथ काँटों से भरा हो

सर्वत्र कंकड़ - पत्थर ही सना पटा हो

तब हर कदम पर टकराना होता है

कभी कांटे चुभते हैं कभी नाख़ून उखड़ते हैं

कभी हड्डी टूटती है कभी चमड़े छीलते हैं

कभी सपाट समतल पथ पर भी कदम लड़खड़ाते हैं

और गिरते हैं  

पीड़ा जब होती है 

फिर टकराने के ‘महत्त्व’ को जानना होता है 

तभी चलते रहने का अहसास होता है

कभी विचारों से टकराते हैं .....

कभी सिद्धान्तों से टकराते हैं .....

जब टकराव होते हैं

तब बहस होती है

एक हलचल मच जाती है 

जब भ्रष्टाचार से टकराते हैं

तब आन्दोलन होता है

दूसरों के सोच से टकराना होता है

स्वयं के सोच से भी टकराना होता है

कभी विरोधी विचारों से

कभी निंदा और गाली की बौछारों से

कभी अंतर्द्वद्व से

कभी छिन्न-भिन्न मनः स्थिति से

कभी तो टकराकर भटकने लगते हैं

और तभी तो सुपथ मिलते हैं 

टकराने के बाद पुनः टकराने का क्रम चल पड़ता है

एक-एक कर अनुभव में कुछ जुटता चलता जाता है

इस तरह टकराना अनवरत चलता ही रहता है

जब टकराते हैं तभी पता चलता है कि चल रहे हैं

यह चलते रहने का द्योतक है

यह हमारी दिशा का उद्घोषक  है

जीवन पथ का मील-स्तम्भ है टकराना                    

टकराते चलते रहना ही सरस जीवन है

निर्बाध चलते रहना तो नीरस जीवन है . 

 अतः चलते रहो 

टकराते रहो 

जीवन रस पान करते रहो .

अमर नाथ ठाकुर , 25 नवम्बर , 2018 , कोलकाता

 

मैं हर पल जन्म नया लेता हूँ

 मैं हर पल जन्म लेता हूँ हर पल कुछ नया पाता हूँ हर पल कुछ नया खोता हूँ हर क्षण मृत्यु को वरण होता हूँ  मृत्यु के पहले जन्म का तय होना  मृत्य...