हमारी , आपकी और व्यवस्था की बातें , संयोग-वियोग की बातें , चेतना को झकझोरती , उद्वेलित करती बातें , हर्ष-विस्मय , दुःख-विषाद की वो बातें जो कम मौकों पर कह पाए या जिसकी अभिव्यक्ति हो ही नहीं सकी ..............
Saturday, 11 August 2012
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मैं हर पल जन्म नया लेता हूँ
मैं हर पल जन्म लेता हूँ हर पल कुछ नया पाता हूँ हर पल कुछ नया खोता हूँ हर क्षण मृत्यु को वरण होता हूँ मृत्यु के पहले जन्म का तय होना मृत्य...
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माँ मेरी भौजिया (भौजी) है. हम सभी सातों भाई - बहन माँ को भौजी या भौजिया ही कहकर बुलाते हैं. बचपन से ही ऐसा चला आ रहा है. हमारे काका लोग हम...
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जैसी बहे बयार पीठ तब तैसी कीजै मैं कूड़े के ढेर के पास खड़ा हूँ सड़ांध आती है यहाँ से खिसक जाने का मन करता है यहाँ पहले भी जब आता था बद...
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तन में मन में धन में घर में गाँव में देश में जहाँ देखो वहाँ राम । हर गली हर कूचे में हर झोंपड़ी हर महल में हर रथ पे हर पताके पे राम । य...
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मैं हर पल जन्म लेता हूँ हर पल कुछ नया पाता हूँ हर पल कुछ नया खोता हूँ हर क्षण मृत्यु को वरण होता हूँ मृत्यु के पहले जन्म का तय होना मृत्य...
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भाषा अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम होती है । नृत्य की भाषा अलग होती है । लोग इशारों में भी बात करते हैं । लेकिन यदि भाषा के प्रयोग में का...
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भ्रष्टाचार समाज और देश का सबसे बड़ा दुश्मन और अन्य अधिकांश बुराइयों की जड़ है। यह किसी देश की समृद्धि में सबसे बड़ा रोड़ा है। जिस समाज या दे...
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जहां तेज धूप की माया में नीम की घनी छाया में रख देते एक खटिया बिछा देते एक पटिया तुम बैठते वह बैठता हम भी बैठते फिर होती खट्टी - मीठी बति...
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क्यों मेरे कुछ दोस्त अब मेरे रिलेटिव लगने लगे हैं ? वो मेरी सैलरी पूछने लगे हैं बाहरी इनकम का अनुमान लगाने लगे हैं किस हिल स्टेशन ...
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तन में राम मन में राम धन में राम यत्र सर्वत्र राम ही राम । घर में राम गांव में राम देश में राम जहां देखो वहां राम । इस गली में राम उस कूच...
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राम आ रहे हैं जो जगत के धर्त्ता हैं जो सबके दुःख हर्त्ता हैं जो सबके पालन कर्त्ता हैं वो राम आ रहे हैं । कोर्ट ने आदेश दिया है इसलिए ...
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