वह सबकी सुनता है , तेरी सुनेगा -
सेवा में लग जा , भक्ति -प्रसाद पाएगा -
बहुत खोया है , अब नहीं खोएगा -
अलग रहा है , साथ अब पाएगा -
बहुत गंवाया है , कृपा अपार लाएगा -
मन होगा निर्मल , खुशियाँ हज़ार लाएगा -
रहा है भूखा , व्यंजन हज़ार खाएगा -
यह बाबा की दुनियाँ है , सर्वत्र बाबा का दीदार पाएगा --
क्योंकि ----
बाबा है महान , बाबा सर्वव्यापक-
बाबा सृष्टिकर्ता , बाबा ही नियामक --
बाबा भक्तों को समर्पित -
अमरनाथ ठाकुर ,अप्रैल ,२००८
No comments:
Post a Comment