यदि हम रोयें , तो साथ नहीं रोओगे -
यदि हम गम में डूब जाँय तो साथ नहीं डूबोगे -
इसलिए तो ठहाके लगाते हैं क्योंकि साथ तो हँसोगे --
हमारी , आपकी और व्यवस्था की बातें , संयोग-वियोग की बातें , चेतना को झकझोरती , उद्वेलित करती बातें , हर्ष-विस्मय , दुःख-विषाद की वो बातें जो कम मौकों पर कह पाए या जिसकी अभिव्यक्ति हो ही नहीं सकी ..............
मैं हर पल जन्म लेता हूँ हर पल कुछ नया पाता हूँ हर पल कुछ नया खोता हूँ हर क्षण मृत्यु को वरण होता हूँ मृत्यु के पहले जन्म का तय होना मृत्य...
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